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पूजन से पहले प्रतिमा के आकार का रखें ध्यान, अन्यथा होगा भारी नुकसान !

पूजन से पहले प्रतिमा के आकार का रखें ध्यान, अन्यथा होगा भारी नुकसान !

कहते हैं भजन-पूजन से हमारे बिगड़े हुए काम बन जाते हैं । कई लोगों के लिए ये कहावत सच साबित भी हो जाती है और बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने खूब पूजा-पाठ किया लेकिन फिर भी उनका काम नहीं बन पाया । अब काम नहीं बन पाने के पीछे कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं जिसमें से एक महत्वपूर्ण कारण के विषय में हम आज जानने वाले हैं । ये महत्वपूर्ण विषय है – प्रतिमा का आकार । 

हम सब अपने जीवन में कई अलग-अलग आकार की प्रतिमाएं देखते हैं और उसकी पूजा-अर्चना करते हैं । हमको लगता है कि प्रतिमा के आकार से क्या ही फ़र्क पड़ता होगा ? अगर आपको ऐसा लगता है कि प्रतिमा के आकार से आपको मिलने वाले फल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है तो आपको निश्चित रूप से गलत लगता है । आज के लेख में हम यह जानने वाले हैं कि वास्तु शास्त्र में किस आकार की प्रतिमा को सर्वाधिक शुभ बताया गया है ? साथ ही यह भी जानेंगे कि विभिन्न आकार की प्रतिमाओं का फल किस तरह का होता है ?

प्रतिमाओं का आकार जानने से पहले इस बात को जान लें कि हमेशा सिद्ध की हुई प्रतिमा की ही पूजा करनी चाहिए । 

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प्रतिमा के आकार का फल

एक अंगुल के आकार की प्रतिमा का फल –

वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि अगर प्रतिमा का आकार एक अंगुल है तो ऐसी प्रतिमा की पूजा करने से जातक को बहुत ही श्रेष्ठ फल की प्राप्ति होती है । 

दो अंगुल के आकार की प्रतिमा का फल –

वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि अगर प्रतिमा का आकार दो अंगुल है तो ऐसी प्रतिमा की पूजा करने से जातक की धन संपदा का नाश होता है । 

तीन अंगुल के आकार की प्रतिमा का फल-

वास्तु शास्त्र में तीन अंगुल के आकार की प्रतिमा अत्यंत शुभ मानी गई है । इस आकार की प्रतिमा की पूजा करने से जातक के घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है । 

चार अंगुल के आकार की प्रतिमा का फल-

वास्तु शास्त्र के अनुसार चार अंगुल के आकार की प्रतिमा की पूजा करना जातक के लिए कष्टमय हो सकता है । यह कष्ट मुख्य रूप से स्वास्थ्य से संबंधित होता है । 

पाँच अंगुल के आकार की प्रतिमा का फल-

पाँच अंगुल की प्रतिमा वास्तु शास्त्र में शुभ मानी गई है । इस आकार की प्रतिमा की पूजा करने से जातक के ज्ञान में वृद्धि होती है । 

छह अंगुल के आकार की प्रतिमा का फल-

वास्तु शास्त्र के अनुसार छह अंगुल के आकार की प्रतिमा की पूजा करने से जातक में अत्यधिक ऊर्जा का संचार होता है । यह ऊर्जा कई बात नकारात्मक रूप में भी देखी जाती है । 

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सात अंगुल के आकार की प्रतिमा का फल –

सात अंगुल के आकार की प्रतिमा भी वास्तु शास्त्र में शुभ मानी जाती है । यह जातक को धन संपदा प्रदान करने के साथ ही जातक के परिवार की उन्नति का कारक बनती है । 

आठ अंगुल के आकार की प्रतिमा का फल-

आठ अंगुल के आकार की प्रतिमा, जातक की बुद्धि का नाश करने वाली मानी जाती है । 

नौ अंगुल के आकार की प्रतिमा का फल –

इस आकार की प्रतिमा को जातक की संतान के लिए बेहद शुभ माना जाता है। 

दस अंगुल के आकार की प्रतिमा का फल-

वास्तु शास्त्र के अनुसार प्रतिमा का यह आकार भी जातक की धनहानि का कारण बनता है । 

ग्यारह अंगुल के आकार की प्रतिमा का फल-

इस आकार की प्रतिमा जातक के लिए सभी तरह से शुभ मानी गई है । 

निष्कर्ष -

वास्तु शास्त्र के आधार पर यह कहा जा सकता है कि तीन अंगुल, पाँच अंगुल, सात अंगुल व ग्यारह अंगुल की प्रतिमा सर्वाधिक शुभ फलदायक होती है । 

पूजन से पहले प्रतिमा के आकार का रखें ध्यान, अन्यथा होगा भारी नुकसान !
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