Notice: Function is_home was called incorrectly. Conditional query tags do not work before the query is run. Before then, they always return false. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 3.1.0.) in /home/l93y487memcp/public_html/alokastrology.com/blog/wp-includes/functions.php on line 6121 बच्चे को किस क्षेत्र में आगे बढ़ाए ? - Blog
हम यही संतान के बारे में चाहते है कि आगे चलकर हमारी संतान कुछ अच्छे पद पर पहुँच जाएं,अच्छा मुकाम हासिल कर ले, क्या बन पायेगा हमारा बच्चा, कैसा होगा बच्चे का भविष्य , क्या बनेगा जीवन मे, बच्चे को किस क्षेत्र में आगे बढ़ाए जो क्षेत्र काबिल बना दे आदि आज इसी विषय पर समझते है, बच्चा/हमारी सन्तान क्या करेगी ,क्या बनेगी आदि??
कुंडली का दसवाँ भाव और इसका स्वामी यह बताएगा की कैरियर की दिशा क्या होगी, आगे चलकर कैसा कैरियर रहेगा ,बच्चा आगे चलकर क्या करेगा, किस क्षेत्र में उतरेगा और कैसा फ्यूचर रहेगा साथ ही कुंडली का लग्न और लग्नेश की स्थिति कैसी इस विषय पर भी बच्चा क्या बनेगा यह सब निर्भर करेगा।कुंडली का दसवाँ भाव ,दसवे भाव स्वामी बलवान होकर शुभ स्थिति में जिन भी शुभ योगो में होगा, साथ ही लग्न लग्नेश की स्थिति अच्छी होगी तब बच्चा आगे चलकर उसी क्षेत्र में उतरेगा और उसी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए शुरू से प्रयास रत रहना बहुत अच्छा भविष्य बच्चे का होगा यदि पहले ही भविष्य के रास्ते पता चल जाये तब, अब कुछ उदाहरणों से समझते है कैसे क्या बच्चा बड़ा होकर ,क्या बनेगा??
यहाँ मिथुन लग्न में दसवे भाव का स्वामी गुरु बनेगा अब गुरु यहाँ छठे भाव में बैठा हो छठे भाव स्वामी मंगल के साथ साथ ही शिक्षा स्वामी शुक्र भी यहाँ छठे भाव में ही हो और लग्न स्वामी यहाँ बुध होगा, बुध भी बलवान हो तब यहाँ ऐसी स्थिति में बच्चा बनेगा डॉक्टर बनेगा, मेडिकल क्षेत्र में सफल होगा क्योंकि छठा भाव मेडिकल का है।।
उदाहरण अनुसार मकर लग्न 2:-
मकर लग्न में दसवे भाव ,कैरियर का स्वामी शुक्र बनता है साथ ही बुध छठे+नवे भाव का स्वामी है जो वकालत/जज के कैरियर से सम्बंधित है अब यहाँ शुक्र का सम्बन्ध बुध के साथ हो और सरकारी पद के कारक सूर्य या मंगल गुरु का सम्बन्ध भी दसवे भाव या दसवे भाव स्वामी से है तब ऐसा जातक/जातिका यहाँ जज/वकील बन बनेगे या बन सकते है।।
उदाहरण अनुसार मीन लग्न 3:-
मीन लग्न में दसवे भाव स्वामी गुरु बनता है अब गुरु ज्ञान का कारक भी होता है, गुरु अब यहाँ 5वे भाव में बैठा हो शुभ होकर साथ ही बुद्धि कारक बुध बलवान है (5वां भाव शिक्षा/अध्यापक(टीचर) का है) तब ऐसे जातक जातिका यहाँ टीचर कैरियर में सफल होंगे।। इस तरह से दसवे भाव और इसके स्वामी की स्थिति कितनी ज्यादा शक्तिशाली है और जिस क्षेत्र की तरह आगे बढ़ने के रास्ते दसवे भाव/दसवे भाव स्वामी के द्वारा बन रहे है उसी क्षेत्र में बच्चा जायेगा, और बच्चा या आप उसी क्षेत्र में सफल होकर जो बनना है बनेंगे।।
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिषी श्री आलोक खंडेलवाल से ज्योतिष भविष्यवाणियां ऑनलाइन प्राप्त करें। उन्होंने दुनिया भर में हजारों लोगों को उनके वांछित परिणाम प्राप्त करने में मदद की है और लोगों को उनके भविष्य के लिए एक सकारात्मक मार्ग प्राप्त करने में मदद की है।