facebook

जाप के नियम और फायदे 

जाप

वर्तमान में हर इंसान इतना व्यस्त है कि उनको ईश्वर भक्ति का बिलकुल समय नही मिल पाता है। इतनी व्यस्तम जीवनशैली में यदि व्यक्ति मंदिर न जाकर अपने घर में ही भगवान् के नाम का जाप कर ले तो इस कलयुग में उन्हें ये जप ईश्वर के करीब ले जा सकता है। चैंटिंग अर्थात ईश्वर का नाम जपने के लिए कोई नियम नही होता, न ही समय की पाबन्दी होती है और न ही कितने बार करना है ये निश्चित होता है। व्यक्ति भगवान् का स्मरण कभी भी और कही भी कर सकता है। जब व्यक्ति भगवान् के नाम को श्रद्धा से और मन से जपता है तो उसे कई आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं। ईश्वर का नाम जाप कर व्यक्ति न सिर्फ शारीरिक परेशानियों से छुटकारा पा सकता है बल्कि अपना औरा भी स्ट्रोंग कर सकता है।

जानिए जाप के नियम और फायदेअपनी सभी समस्याओं का समाधान प्राप्त करे विश्व प्रसिद्ध ज्योतिषी श्री आलोक खंडेलवाल जी से ऑनलाइन ज्योतिष परामर्श बुक करें.

अपने धर्म और जन्म के अनुसार व्यक्ति ईश्वर का नाम जपे तो उसका आध्यात्मिक विकास होता है। व्यक्ति का इस धरती पर जन्म ईश्वर की मर्जी से होता है। जन्म लेने के बाद व्यक्ति को अपने परिवार द्वारा अपनाएं जाने वाले धर्म के अनुसार ईश्वर की आरधना करनी चाहिए। अपने देव के नाम को जपके व्यक्ति हमेशा अपने आप को और अपनी आत्मा को ईश्वर से जोड़े रख सकता है। जप कभी भी कही भी किया जा सकता है, बस जब भी व्यक्ति जप करे वहां पूर्ण शांति का माहौल होना चाहिए। कुछ समय अपने आपको सिर्फ ईश्वर से जोड़े और जप के समय किसी भी ख्याल को मन न आने दें।

कुछ लोग बिना ईश्वर पर भरोसा करे दूसरों की देखादेखी उनका नाम जपने लगते हैं लेकिन जब वो नियमित रूप से जाप करने लगते हैं तो उनका भगवान् के प्रति विश्वास अपने आप बढ़ने लगता है और एक दिन वो अपने आपको ईश्वर से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं। बिना विश्वास के लिए जप शुरू किया जा सकता है लेकिन यदि पूर्ण विश्वास के साथ किया जाए तो इससे मिलने वाले लाभ कई गुना होंगे।

ऐसा नही है कि आप उनका नाम सिर्फ सुबह ही जप सकते हैं। आप कभी भी जब भी समय मिले उनको याद कर सकते हैं। कुछ लोगो को मानना है कि जब भी जप करे तब आलती पालती मारकर कमर सीधी करके बैठना चाहिए। ये सही है कि ये जप करने का सबसे सही तरीका होता है लेकिन आप जप किसी भी पोजीशन में बैठकर कर सकते हैं। कुछ लोग जप शांत मन से करने है और कुछ तेज बोलकर। दोनों तरीको से जप किया जा सकता है लेकिन मन ही मन में किये जाने वाले जप का प्रभाव ज्यादा होता है।जिन्हें इसकी प्रैक्टिस हो जाती है वो अपने दैनिक काम करते हुए भी जप कर सकते हैं।

हमें किस भगवान के नाम का जाप करना चाहिए?

हम किस भगवान् का नाम जपे ये हमारे धर्म पर निर्भर करता है जब भी बच्चा पैदा होता है वो अपने परिवार द्वारा मनाए जाने वाले धर्म में अपने आप को ढालने लगता है और उसी धर्म के तौर तरीको को अपनाने लगता है।

ईश्वर का नाम जपने के फायदे

  • व्यक्ति को नकारात्मक ऊर्जा से दूर रखने के लिए ईश्वर का नाम ही काफी है और यदि ये नाम बार बार लिया जाएगा तो मन और आत्मा से ईश्वर से जुड़ जाएगा और जो एक बार ईश्वर से जुड़ जाता है उसके पास नकरात्मक ऊर्जा कभी नही टिक सकती। 
  • जब भी व्यक्ति अपने धर्म अनुसार नाम जपता है तब उसके अवचेतन मन में गलत विचार नही आते और व्यक्ति आन्तरिक रूप से और आत्मा से शुद्ध हो जाता है।
  • जब भी व्यक्ति चैंटिंग करता है वो ईश्वर के नाम को बार बार दोहराकर उनका स्मरण करता है। जब बार बार उनका नाम का स्मरण किया जाता है तब वो मन्त्र व्यक्ति के अवचेतन मन में विशेष स्थान बना लेता है जिससे उसका मन शांत और शुद्ध हो जाता है। मन्त्र के तप से व्यक्ति के मन से सभी नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाती है और उसमें में सिर्फ सकारात्मकता ही रह जाती है।
  • ईश्वर का नाम लगातार जपने से व्यक्ति को सिर्फ आध्यात्मिक लाभ ही नही बल्कि कई मनोवैज्ञानिक और चिकित्सीय लाभ  भी मिलते हैं। इस जप से उनका मन शांत हो जाता है और वो शिद्दत से अपने लक्ष्य को पाने के लिए मेहनत करने लग जाते हैं।
  • नाम जपने से सेहत अच्छी बनी रहती है और व्यक्ति को कई शारीरिक लाभ मिलने लगते है। जप से वो  बीमारियाँ जो शुरू के लेवल पर होती है, ठीक होने लगती है क्योकि नाम जपने से व्यक्ति का मन चंचल न होकर स्थिर हो जाता है।
  • नाम जपने से अवचेतन मन शुद्ध हो जाता है जिससे व्यक्ति की एकाग्रता बढ़ने लगती है और वो अपना काम पहले से कई गुना अच्छा करने लगता है। इसे नियमित रूप से करने से व्यक्ति की वाणी भी सुधरती है और व्यक्ति स्वयं का आत्मनिरिक्षण करके अपनी सोच को अगले लेवल तक ले जाता है। 
  • नाम जपने की क्रिया को यदि रोज किया जाए तो व्यक्ति को पुन: अपनी क्षमताओं पर भरोसा होने लगता है।
  • नाम जपने से व्यक्ति के जीवन को प्रभावित कर रही पैतृक समस्याएँ भी दूर होने लगती हैं। व्यक्ति की कुंडली के दोष कम होने लगते हैं और ईश्वर की साधना से उनको उनका आशीर्वाद मिल जाता है और जीवन में कई लाभ मिलने लगते हैं।
जाप के नियम और फायदे 
Scroll to top