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कुंडली का वो राजयोग जिसने सुंदर पिचाई को पद्म भूषण दिलाया 

Raj yoga - Alok astrology

विश्व में सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाला सर्च इंजन गूगल हम सबके दैनिक जीवन का अनिवार्य व उपयोगी अंग बन चुका है । जब भी हमें किसी भी चीज के बारे में विस्तार से या संक्षेप में समझना होता है, हम तुरंत गूगल का सहारा लेते हैं । किन्तु हम से कुछ ही लोग जानते होंगे कि इतने ज्यादा उपयोग किए जाने वाले सर्च इंजन गूगल की विश्वव्यापी सफलता के पीछे किसका हाथ है ।

अगर आप भी उन लोगों में से हैं जिन्हें इस प्रश्न का उत्तर नहीं मालूम है तो चिंता की कोई बात नहीं है । आज हम आपको इस प्रश्न का उत्तर भी देंगे और साथ में ये भी बताएंगे कि साधारण परिवार में जन्म लेने वाला एक व्यक्ति कैसे सफलता के इतने ऊँचे मुकाम पर पहुँच गया कि गूगल जैसी बड़ी कंपनी का सी ई ओ (CEO)  बन गया । जी हाँ , आज हम बात करने जा रहे हैं गूगल के CEO सुंदर पिचाई की ।

सुंदर पिचाई का जन्म व शिक्षा – 

सुंदर पिचाई का जन्म 12 जुलाई 1972 को मदुरई , तमिलनाडु के एक बहुत ही सामान्य परिवार में हुआ था ।इनका पूरा नाम सुंदर राजन पिचाई है । इन्होनें आई आई टी खड़गपुर से बी टेक की डिग्री सिल्वर मेडल के साथ प्राप्त की । इसके पश्चात आगे की शिक्षा के लिए ये अमेरिका चले गए । वहीं पर आगे की पढ़ाई पूरी करते हुए साल 2004 में इन्होंने गूगल के साथ अपनी यात्रा प्रारंभ की ।

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सुंदर पिचाई की जन्मकुंडली का विश्लेषण – 

एक सामान्य परिवार में जन्म लेकर इतने बड़े मुकाम पर कैसे पहुंचे सुंदर पिचाई ,जानेंगे इनकी जन्म कुंडली के माध्यम से ।

सुंदर पिचाई की जन्म कुंडली में लग्न राशि कन्या है । कन्या राशि के स्वामी बुध इनकी कुंडली के लाभ भाव में बैठे हुए हैं । राहु की दृष्टि लग्न पर पड़ने से इनका व्यक्तित्व बहुत साधारण है जैसा कि आपने अक्सर देखा भी होगा ।

शुक्र देव इनकी कुंडली में भाग्य भाव में बैठे हुए हैं जिससे इनके जीवन में धन की कोई कमी नहीं है । इसके अलावा मंगल की दृष्टि भी इनके धन भाव में पड़ रही है । मंगल जो कि स्वयं पराक्रम के प्रतीक हैं ,इनके लाभ भाव में बैठे हुए हैं जो इनके पराक्रम में लगातार वृद्धि कर रहे हैं ।

चतुर्थ भाव में गुरु के बैठे होने व सूर्य की दृष्टि पड़ने से इन्हे भूमि भवन वाहन का सुख मिल रहा है ।

शनि के उच्च स्थान होने के कारण इन्हें उच्च शिक्षा की प्राप्ति हुई। जिसमें इन्होंने भारत व अमेरिका दोनों देशों से अपनी पढ़ाई पूरी की । कर्म भाव में गुरु के बैठे होने से इनके कर्म शुभ फल देने वाले साबित हो रहे हैं । कुंडली में चंद्रमा के साथ मंगल का नीच भंग राजयोग बन रहा है जिससे इनकी आय में निरंतर वृद्धि हो रही है ।

सिंह राशि के स्वामी सूर्य इनकी कुंडली में कर्म भाव में बैठे हुए हैं जिससे ये विदेश गए और वहाँ जाकर सफल हुए ।

सुंदर पिचाई की जन्मकुंडली के विशेष योग – 

सुंदर पिचाई की जन्म कुंडली में लग्नेश का लाभ भाव में बैठना इनके लिए अत्यंत शुभ रहा है । सूर्य की दृष्टि चतुर्थ भाव में पड़ने से इन्हें सभी सुख सुविधाएं प्राप्त हुई हैं । राहु इनकी जन्म कुंडली के पंचम भाव में बैठा है जिससे इनके भाग्य में लगातार वृद्धि हुई है । गुरु और सूर्य की विशेष दृष्टि पड़ने के कारण सुंदर पिचाई का विदेश जाना काफी फलदायक रहा है ।

इस प्रकार से हम देखते हैं कि गूगल के प्रमुख सुंदर राजन पिचाई की जन्मकुंडली में शिक्षा ,धन ,विदेश में सफलता जैसे सभी योग हैं जिसके कारण इन्होंने अपने जीवन में इतना बड़ा मुकाम हासिल किया है व पूरे विश्व में भारत का नाम रौशन किया है । हाल ही में भारत सरकार द्वारा  सुंदर पिचाई को  देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण के लिए नामित किया गया । इस अवसर पर आलोक एस्ट्रोलॉजी सुंदर पिचाई को बहुत शुभकामनाएं प्रेषित करता है ।

कुंडली का वो राजयोग जिसने सुंदर पिचाई को पद्म भूषण दिलाया 
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