Notice: Function is_home was called incorrectly. Conditional query tags do not work before the query is run. Before then, they always return false. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 3.1.0.) in /home/l93y487memcp/public_html/alokastrology.com/blog/wp-includes/functions.php on line 6121
मूल अंक बनाने की विधि व उसका प्रभाव - Blog

मूल अंक बनाने की विधि व उसका प्रभाव

alok astrology

मूल अंक बनाने की विधि व उसका प्रभाव 

हम सभी जानते हैं कि हमारे जीवन में मूल अंक का क्या महत्व होता है । मूल अंक के अनुसार हम अपने भविष्य में आने शुभ व अशुभ अवसरों का पता लगा सकते हैं । क्या आप अपना मूल अंक जानते हैं ? यदि नहीं तो आज हम आपको मूल अंक निकालने की विधि बताने जा रहे हैं और साथ में ये भी बताने वाले हैं कि मूल अंक आपके जीवन को किस तरह से प्रभावित करते हैं और किस मूलांक का क्या फल होता है ? 


मूल अंक निकालने की विधि – 

मूल अंक 1 से लेकर 9 तक होते हैं । इसके बीच में अगर आपकी जन्मतिथि है तो फिर आपको निकालने की आवश्यकता नहीं है लेकिन अगर आपकी तिथि दो अंकों में है जैसे 11 या 23 या 31, तो फिर आपको मूल अंक निकालने के लिए अंक ज्योतिष की विधि का सहारा लेना पड़ता है । 

यहाँ हम कुछ उदाहरणों के माध्यम से आपको मूल अंक निकालने की विधि बताने जा रहे हैं । 

अगर आपको 10 का मूल अंक निकालना है तो दोनों अंकों में आपस में जोड़ देंगे यानि 1 और 0 को जोड़ने पर 1 अंक प्राप्त होगा वही मूल अंक कहलाएगा। 

इस विधि से आप 1 से 31 तक की सभी तिथियों का मूल अंक निकाल सकते हैं । इसमें एक संख्या अपवाद है जिसका मूल अंक निकालना हम आपको अलग से बता रहे हैं । 29 वो तिथि है जिसका मूल अंक सीधे सीधे नहीं निकल पाता है । 29 में जब आप दोनों अंकों को जोड़ते हैं तो 2 और 9 जुड़कर 11 हो जाते हैं जो कि मूल अंक नहीं होता है । तो आपको मूल अंक प्राप्त करने के लिए 11 के दोनों अंकों को पुनः जोड़ना होगा । 1 और 1 जुड़कर 2 अंक प्राप्त होगा और यही 29 का मूल अंक होगा । 


आज ही हमें कॉल करके अपना स्लॉट बुक करें और पाएं सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषीय परामर्श विश्व प्रसिद्ध ज्योतिषी श्री आलोक खंडेलवाल द्वारा ।

 

अब हम मूल अंकों के अनुसार व्यक्ति की प्रकृति , प्रवृत्ति व स्वभाव के बारे में जानेंगे । 

मूल अंक 1 – 

ऐसे व्यक्ति के जीवन में 1 ,10,19 व 28 इन 4 तिथियों का बहुत महत्व होता है। सूर्य देव की कृपा से ऐसे लोग अपने जीवन में बहुत क्रियाशील होते हैं । 

 

मूल अंक 2 – 

 

मूल अंक 2 के स्वामी चंद्र देव होते हैं । ऐसे व्यक्ति में धैर्य की कमी देखने को मिलती है । 

 

मूल अंक 3 – 

 

अंक 3 के स्वामी गुरु हैं । ऐसे लोग अपने जीवन में बहुत ही अनुशासित होते हैं । 

 

मूल अंक 4-

 

मूल अंक 4 वाले व्यक्ति समाज में अपने कार्यों से अलग पहचान बनाते हैं । ऐसे लोग धन का अपव्यय करते हैं । 

 

मूल अंक 5- 

 

अंक 5 के स्वामी बुध होते हैं । बुध के प्रभाव से ऐसे लोग व्यापार के क्षेत्र में बहुत सफल होते हैं । 

 

मूल अंक 6 – 

 

अंक 6 के स्वामी शुक्र देव हैं । ऐसे लोग बहुत मिलनसार व कला प्रेमी होते हैं। मित्र बनाने में ऐसे लोग अव्वल होते हैं । 

 

मूल अंक 7- 

 

मूल अंक 7 वाले व्यक्ति कला क्षेत्र में विशेष सफलता प्राप्त करते हैं । ऐसे लोग अपने जीवन में यात्राएं करते रहते हैं । 

 

मूल अंक 8 – 

 

अंक 8 के स्वामी शनि देव हैं । ऐसे लोग अपने कर्तव्यों को हर हाल में पूरा करने वाले होते हैं । 

 

मूल अंक 9 – 

 

अंक 9 के स्वामी मंगल होते हैं । ऐसे लोग बहुत ही साहसी व संघर्ष करने वाले होते हैं। 

 

निष्कर्ष – 

इस प्रकार से हमने मूल अंक निकालने की विधि व प्रत्येक मूल अंक के अनुसार व्यक्ति के जीवन की दिशा व दशा पर बात की । इसके आधार पर अब आप भी अपना मूल अंक सफलतापूर्वक निकाल सकते हैं । 

मूल अंक बनाने की विधि व उसका प्रभाव

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to top