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घुटनों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज - Blog

घुटनों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज

आयुर्वेदिक इलाज

आजकल की बेसमय खाने की आदत और गलत समय और सोने और जागने की आदत और सही ढंग से न बैठने और खड़े होने की वजह से और पौष्टिक भोजन न करने की वजह से उम्र से पहले ही घुटनों में दर्द हो शुरू हो जाता है। घुटनों के दर्द से ग्रसित लोगो की ज़िन्दगी बहुत प्रभावित होती है। उन्हें रोज के काम करने में भी बेहद दर्द होता है और वो ठीक से चल फिर भी नही पाते हैं।

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ऐसे में  यदि इसका समय पर इलाज नही किया गया तो ये परेशानी बहुत दिक्कत देने लगेगी। इसका एलोपेथिक इलाज है लेकिन उससे पहले आयुर्वेदिक इलाज करवाना चाहिए। आयुर्वेद में घुटनों के दर्द का बहुत अच्छा और बेहतरीन इलाज है। बस आपको आयुर्वेदिक डॉक्टर के पास जाना है, दर्द का कारण जानना है और फिर उसका इलाज करवाना है। ध्यान रहे इलाज के दौरान उनके द्वारा दी गई हिदायतों को ध्यान में रखे और वो जो चीजो का परहेज़ करने को कहे, वो सही तरीके से करे।

घुटनों में दर्द के लिए आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां

  • अश्वगंधा

अश्वगंधाएक फेमस जड़ी बूटी है जिसका कई बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेमाल होता है। इसके सेवन से ऊर्जा आती है, सूजन कम होती है, नींद आती है, नसों को ताकत और आराम मिलता है। इसके सेवन से प्रतिरक्षा तंत्र दुरुस्त होती है। इसे सेवन से जोड़ो और हड्डियों में हो रही सूजन में और घुटनों के दर्द में आराम मिलता है। ये रुमेटाइड आर्थराइटिस, साइटिका और एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस जैसी बीमारियों में राहत देती है।

  • अदरक

अदरक पाचन तंत्र को दुरुस्त बनाने में मदद करता है।अदरक के सेवन से दर्द में आराम और पेट फूलने की परेशानी दूर हो जाती है। इसके साथ साथ पाचन को दुरुस्त करने और बलगम को बाहर निकालने के लिए अदरक बहुत फायदेमंद है। अगर अदरक सेंधा नमक के साथ खाया जाए तो आर्थराइटिस में आराम आता है और वात दूर हो जाता है। मांसपेशियों में हो रही सूजन और जोड़ो में दर्द से कई व्यक्तियों को परेशानी होती है और इसे अदरक के सेवन से दूर किया जा सकता है। अदरक को आप काढ़े, अर्क, गोली,पेस्ट और पाउडर के रूप में खा सकते है। 

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  • गुग्गुल

गुग्गुल एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसका सेवन कई परेशानियों में आराम देता है। इस जड़ी बूटी के सेवन से शरीर में ऊर्जा आती है और दर्द भी दूर होता है। इसमें ऐंठन-रोधी, कफ-निस्सा रक,संकुचक, उत्तेजक आदि गुण होते हैं। ये जड़ी बूटी तंत्रिका, पाचन तंत्र और श्वसन प्रणाली पर काम करती है। आर्थराइटिस के रोगियों के लिए ये जड़ी बूटी बहुत ही बेहतरीन मानी जाती है। ये ऊतकों को पुनर्जीवित करके और अमा को कम करके व्यक्ति की टूटी हुई हड्डी को जोड़ने के काम आती है। इसका इस्तेमाल घुटनों के दर्द से जुडी हर परेशानी में आराम दिलाता है।

  • गुडूची

ये आयुर्वेदिक दवा पाचन तंत्र पर मुख्यत: काम करती है। इस आयुर्वेदिक टॉनिक को पीने के बाद बहुत पेशाब आता है जिसके जरिए अमा शरीर से बाहर निकल जाता है।  ये साइटिका और गठिया के रोगियों के लिए फायदेमंद है क्योकि ये इन विकारो की वजह से होने वाले घुटनों के दर्द को ये जड़ी बूटी कण्ट्रोल करती है।

  • अरंडी

अरंडी सूजन को कम करने के लिए एक बेहतरीन बड़ी बूटी है। इसके प्रयोग से सभी तरह के वात विकार दूर हो जाते हैं और साइटिका के होने का एक कारण वात भी है। 

घुटने के दर्द में क्या करना और क्या नही करना चाहिए

क्या करना चाहिए 

  • रोगी को अपने आहार में गेहूं, चावल और कुल्थी दाल को शामिल करना चाहिए।
  • रोजाना नारियल पानी, दूध, मीट जूस और घी खाना चाहिए।
  • रोज कुछ देर सुबह की धूप में बैठकर सेक लें।
  • रोगी को संतुलित भोजन करना चाहिए।
  • रोगी को अपनी साफ़ सफाई का ख़ास ध्यान रखना चाहिए।

घुटने के दर्द में क्या नही करना चाहिए

  • व्यक्ति को कभी भी प्राकृतिक इच्छाएँ जैसे प्यास, भूख को नजरअंदाज नही करना चाहिए।
  • उन्हें पेशाब और मल के वेग को नही रोकना चाहिए।
  • ऐसा कोई काम न करे जिससे थकान हो और पैदल कम चले।
  • ऐसी चीजे न खाए जिसे पचाने में बहुत वक्त लगता है।
आयुर्वेदिक इलाज के समय दे इन बातो पर ध्यान
  • कभी भी अपने आप कोई आयुर्वेदिक दवाई न लें। किसी एक्सपर्ट डॉक्टर से सम्पर्क करके ही घुटने के दर्द की दवाई लें क्योकि हर व्यक्ति की प्रकृति अलग अलग होती है और हर दवाई हरेक पर अलग अलग असर डालती है। 
  • जब भी कोई दवाई खाने के बाद असहज सा महसूस हो रहा हो तो तुरंत डॉक्टर से मिले। 
  • गर्भवती महिला कभी भी बिना डॉक्टर के परामर्श के बिना कोई भी दवाई नही लेनी चाहिए। 
  • कुछ दवाइयां माहवारी के दौरान नही ली जाती हैं अत: माह्वारी हो तो आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लिए बिना दवाई न लें
  • सिरोसिस, ब्लीरडिंग और एनीमिया से ग्रसित लोग भी बिना डॉक्टर के परामर्श के दवाई न लें, ये उनके लिए नुकसानदायक हो सकता है।

यदि आप किसी एक्सपर्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह चाहते हैं तो हमसे संपर्क करे।

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