Notice: Function is_home was called incorrectly. Conditional query tags do not work before the query is run. Before then, they always return false. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 3.1.0.) in /home/l93y487memcp/public_html/alokastrology.com/blog/wp-includes/functions.php on line 6121 क्या हथेली में बना जाल बड़ी मुसीबत का संकेत है ? - Blog
हमारी हथेली में कई तरह के चिन्ह बने होते हैं जैसे द्वीप, तिल, वर्ग, वृत्त , क्रॉस आदि । इन सब चिन्हों का कोई ना कोई अर्थ अवश्य होता है किन्तु कम ही लोग इसका अर्थ समझ पाते हैं ।
आज हम हथेली में बने एक ऐसे ही चिन्ह के बारे में बात करने जा रहे हैं , जिसे जाल कहा जाता है । सबसे पहले हम जानेंगे कि जाल क्या होता है ? यह कैसे बनता है ? हथेली में किस स्थान पर यह बनता है ? इसके साथ ही अलग अलग स्थानों पर बने जाल चिन्ह व्यक्ति के जीवन में क्या प्रभाव डालते हैं ?इन सब प्रश्नों के उत्तर हमें आज के लेख में मिलने वाले हैं ।
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जाल चिन्ह क्या होता है ?
हथेली के किसी स्थान पर जब कई सारी खड़ी रेखाओं के ऊपर आड़ी रेखाएं हों तो वहाँ जाल जैसी स्थिति बन जाती है । ऐसे ही चिन्ह को हथेली का जाल चिन्ह कहा जाता है । इसका कोई निश्चित स्थान नहीं होता है। अलग अलग व्यक्तियों की हथेली में यह चिन्ह अलग अलग स्थानों पर हो सकता है । हाँ ,लेकिन स्थान बदलने के साथ ही इसका फल बदल जाता है ।
हथेली के विभिन्न स्थानों पर बने जाल चिन्ह के निम्नलिखित अर्थ हो सकते हैं –
ज्योतिष में गुरु को अत्यंत शुभ ग्रह माना जाता है किन्तु हथेली में गुरु क्षेत्र में जाल चिन्ह बना हो तो व्यक्ति के लिए बहुत अशुभ होता है । ऐसा व्यक्ति बहुत स्वार्थी हो जाता है व उसमें अहंकार की भावना आ जाती है ।
शनि को वैसे तो अशुभ ग्रह माना ही जाता है किन्तु शनि पपर्वत पर जाल चिन्ह होने से व्यक्ति पूरी तरह से अकर्मण्य व लापरवाह हो जाता है । कोई भी कार्य करने में उसका मन नहीं लगता है और वह पूरे समय आलस्य से घिरा रहता है ।
जैसा कि हम जानते हैं सूर्य देव आत्मविश्वास , सक्रियता व समाज में मान सम्मान के कारक ग्रह हैं किन्तु हथेली के सूर्य पर्वत पर अगर जाल चिन्ह बना हो तो जातक के मान सम्मान में तो कमी होती ही है , साथ ही समाज में वह घोर निंदा का पात्र बन जाता है ।
बुध कला व वाणी के कारक ग्रह हैं किन्तु हथेली के बुध पर्वत पर जाल चिन्ह होने से व्यक्ति को अपनी वाणी से बहुत नुकसान उठाना पड़ सकता है । उसका अपनी वाणी पर कोई नियंत्रण नहीं रहता है जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ता है ।
चंद्रमा को हमारे मन का कारक ग्रह माना जाता है । अगर चंद्र पर्वत पर जाल चिन्ह हो तो ऐसा व्यक्ति मानसिक रूप से अशांत व बैचेन रहता है ।
केतु पर्वत पर बना जाल चिन्ह व्यक्ति के स्वास्थ्य को खराब करता है । ऐसा व्यक्ति अपने सम्पूर्ण जीवन में किसी ना किसी बीमारी का सामना करता ही रहता है ।
शुक्र सौन्दर्य व आकर्षण के कारक ग्रह हैं । शुक्र पर्वत पर बना जाल व्यक्ति को भोगी बना सकता है । ऐसा व्यक्ति अपने कार्यों से समाज में अपमान का भागी बनता है ।
मंगल आत्मविश्वास , साहस व पौरुष के कारक हैं । मंगल पर्वत पर बना जाल व्यक्ति को अति आत्मविश्वासी बना देता है जिसके कारण वह अपने अलावा किसी को कुछ नहीं समझता है । ऐसे व्यक्ति को बात बात पर क्रोध करते भी देखा जा सकता है ।
निष्कर्ष -
इस प्रकार से हमने हथेली के विभिन्न स्थानों पर पाए जाने वाले जाल चिन्ह के फलों का विश्लेषण किया । कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि हथेली के किसी भी भाग में बना जाल चिन्ह व्यक्ति के लिए शुभ नहीं होता है ।