हमारे हस्ताक्षर सभी कागजी कार्यों में हमारे प्रतिनिधि का कार्य करते हैं । हम बैंक से पैसा निकालने जाते हैं तो सही हस्ताक्षर की आवश्यकता होती है । भले हम सशरीर सारे दस्तावेजों के साथ वहाँ मौजूद हों लेकिन यदि हमने हस्ताक्षर गलत कर दिए तो हमारे धन की निकासी नहीं हो पाती है । ऐसे अन्य बहुत सारे उदाहरण हैं जिससे ये साबित होता है कि व्यक्ति के हस्ताक्षर उसके जीवन के कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । इसीलिए हम सभी चाहते हैं कि हमारे हस्ताक्षर सभी से अलग और बहुत विशेष हों । बहुत से लोगों का ये भी मानना है कि उनके हस्ताक्षर उनके लिए भाग्यशाली साबित हुए हैं । आज हम इसी विषय पर बात करने जा रहे हैं कि क्या सच में हमारे हस्ताक्षर हमारे भाग्य में वृद्धि करते हैं ? और यदि करते हैं तो वो हस्ताक्षर करना कैसे सीखा जाए तो हमारे लिए सौभाग्यशाली सिद्ध हों ।
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिषी श्री आलोक खंडेलवाल से ज्योतिष भविष्यवाणियां ऑनलाइन प्राप्त करें। उन्होंने दुनिया भर में हजारों लोगों को उनके वांछित परिणाम प्राप्त करने में मदद की है और लोगों को उनके भविष्य के लिए एक सकारात्मक मार्ग प्राप्त करने में मदद की है।
हमारे हस्ताक्षर हमारे व्यक्तित्व का दर्पण होते हैं । इसलिए हमें अपने हस्ताक्षर बहुत सरल व अपने स्वभाव के अनुसार रखने चाहिए । हस्ताक्षर करते समय मुख्यतः दो बातों का ध्यान रखना रखा जाता है । पहला हस्ताक्षर में क्या लिखा जाए और दूसरा हस्ताक्षर कैसे किया जाए ?
हस्ताक्षर को अपने लिए भाग्यशाली बनाने के लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए जो निम्नलिखित हैं –
- हस्ताक्षर का पहला अक्षर हमेशा बड़ा रखना चाहिए । बड़ा अक्षर आपके साहस व आत्मविश्वास का परिचायक होता है ।
- हस्ताक्षर पूरा करने बाद उसके आगे पूर्ण विराम नहीं लगाना चाहिए । हस्ताक्षर में पूर्ण विराम आपके जीवन के कार्यों में बाधा उत्पन्न कर सकता है ।
- हस्ताक्षर करने के बाद उन्हे काटना हमारे नकारात्मक व्यक्तित्व व आत्मविश्वास में कमी को दर्शाता है । इसलिए हमें अपने नाम को लिख कर काटना नहीं चाहिए ।
- हस्ताक्षर हमेशा ऊपर की ओर करना चाहिए यानि कम से कम 45 डिग्री या उससे ऊपर की ओर किए गए हस्ताक्षर ये बताते हैं कि व्यक्ति अपने जीवन में अभी और ऊपर जाना चाहता है या तरक्की करना चाहता है ।
- हस्ताक्षर के नीचे लंबी रेखा खींचने का अर्थ है कि व्यक्ति को अपने परिवार व अपने आसपास के लोगों का समर्थन प्राप्त है । इसलिए अपने हस्ताक्षर के नीचे एक रेखा खींचना आपके लिए शुभ साबित होगा ।
- हस्ताक्षर के नीचे दो रेखाएं खींचना आपको असुरक्षा बोध से भर देता है । इसलिए हस्ताक्षर के नीचे दो रेखाएं नहीं होनी चाहिए ।
- हमें कभी भी अस्पष्ट हस्ताक्षर नहीं करने चाहिए । इससे हमारे जीवन के प्रति सोच में अस्पष्टता आती है । इसलिए हस्ताक्षर के सभी अक्षर स्पष्ट लिखे होने चाहिए ।
- हस्ताक्षर में नाम के नीचे उपनाम लिखने से हम अपने परिवार का पूरा समर्थन प्राप्त करने में सफल होते हैं।
- अपने हस्ताक्षर में हमें कोई भी अक्षर खुला हुआ नहीं छोड़ना चाहिए । ऐसा करने से हमारे जीवन में धन का अपव्यय होता है । इसलिए हस्ताक्षर करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि उसमें सारे अक्षर बंद किये गए हों ।
- अपने हस्ताक्षर में अगर i या j जैसे अक्षर आते हैं तो इनके ऊपर बिंदी जरूर लगाएं । ये आपके लिए शुभ फलदायी साबित होगी ।
निष्कर्ष –
इस प्रकार हमने हस्ताक्षर को भाग्यशाली बनाने के लिए कुछ मूलभूत सिद्धांतों पर बात की । हस्ताक्षर हमेशा बड़े अक्षर से प्रारंभ करें । हस्ताक्षर स्पष्ट व ऊपर की ओर करें । हस्ताक्षर के नीचे एक रेखा अवश्य लगाएं जिससे आपको अपने कार्यों में अपने आसपास के लोगों का समर्थन प्राप्त हो । ये सब बातें ध्यान रख कर किए गए हस्ताक्षर आपके लिए निश्चित रूप से भाग्यशाली सिद्ध होंगे ।
यह भी पढ़ें:-जन्मकुंडली में चंद्र राहु युति का प्रभाव