क्या घर की दीवारों का रंग आपके जीवन में रंग भरने वाला है ?
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वास्तु में रंगों का बहुत महत्व होता है और हमारे जीवन में वास्तु का बहुत महत्व होता है यानि हमारे जीवन में रंगों का बहुत महत्व होता है । अब ये बात सीधे भी बताई जा सकती थी लेकिन फिर सोचा कि गणित की कक्षा में पढ़ाए गए समीकरण को कहीं तो काम में लिया जाए । खैर ,वापस मुद्दे पे आते हैं कि वास्तु शास्त्र में घर की साज सज्जा व रंग रोगन के लिए कुछ रंगों को बहुत ही बढ़िया बताया गया है तो कुछ रंग ऐसे भी बताए गए हैं जो घर के साथ घर वालों का भी सत्यानाश कर सकते हैं ।
आज के लेख में जानने वाले हैं कि वास्तु शास्त्र में घर की सज्जा के लिए कौन से रंगों को बहुत शुभ बताया गया है । साथ ही यह भी जानेंगे कि वास्तु शास्त्र के अनुसार कौन से रंगों का प्रयोग नहीं करना चाहिए ।
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वास्तुशास्त्र में बताए गए शुभ रंग -
वास्तु शास्त्र में कुछ रंगों को घर की साज सज्जा के लिए बेहद शुभ माना गया है , जो निम्नलिखित हैं –
आसमानी रंग
गुलाबी रंग
सफेद रंग
हरा-नीला रंग (मिश्रण)
घर की साज सज्जा में इन 4 में से किसी एक रंग का प्रयोग जरूर करना चाहिए जिससे आपका घर वास्तु दोष से मुक्त रहेगा ।
कुछ ऐसे भी रंग हैं जिन्हें वास्तु शास्त्र में शुभ नहीं माना जाता है । ऐसे दो रंग निम्नलिखित हैं –
काला रंग
चॉकलेटी रंग
इन दो रंगों का प्रयोग करने से बचना चाहिए ।
इसके अलावा लाल रंग ऐसा रंग होता है जिसे वास्तु शास्त्र में ना तो शुभ माना गया है और ना ही अशुभ माना गया है यानि कि लाल रंग मिला जुला फल देने वाला होता है ।
वास्तु के अनुसार विभिन्न रंगों के फल-
अब हम एक एक करके ऊपर बताए गए रंगों के फलों को विस्तार से समझेंगे।
आसमानी रंग का फल –
आसमानी रंग को सात्विक रंग माना जाता है । सात्विक रंग मन की शांति के लिए बहुत अहम होते हैं । आसमानी रंग हमारे मन की स्थिरता व घर में सात्विक वातावरण बनाए रखने में हमारी मदद करता है । इसीलिए घर की साज सज्जा के लिए इसे शुभ रंग माना गया है ।
गुलाबी रंग का फल –
गुलाबी रंग को धन की देवी माँ लक्ष्मी का रंग माना गया है । घर का रंग गुलाबी होने से घर में धन की कमी नहीं रहती है । यह रंग घर के सदस्यों को आर्थिक रूप से मजबूत करता है । इसलिए इसे भी वास्तु में शुभ रंगों की श्रेणी में रखा गया है ।
सफेद रंग का फल –
सफेद रंग चंद्रमा का रंग है । चंद्रमा हमारे मन के कारक ग्रह हैं । घर की साज सज्जा में सफेद रंग का प्रयोग करने से घर की सदस्यों को मानसिक शांति प्राप्त होती है । इसके साथ ही सफेद रंग भाग्य में भी वृद्धि करता है ।
हरे-नीले रंग से बने मिश्रित रंग का फल –
हरा रंग प्रकृति का कारक है व नीला रंग जल का कारक है । दोनों का मिश्रण हमें आत्मनिर्भर बन कर सतत प्रवाहित होने की प्रेरणा देता है । यह रंग भी घर की साज सज्जा के लिए बेहद शुभ है ।
काले रंग का फल –
काला रंग सामान्यतः शोक व विरोध का प्रतीक माना जाता है । यह नकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है । यह अंधकार का भी प्रतीक है । इसलिए घर की साज सज्जा के लिए इसे शुभ नहीं माना जाता है ।
लाल रंग का फल –
लाल रंग आत्मविश्वास व पौरुष का प्रतीक है किन्तु अत्यधिक पौरुष कभी कभी विवाद का कारण भी बन जाता है । इसलिए लाल रंग को शुभ या अशुभ रंग नहीं कहा जा सकता क्योंकि ये दोनों तरह के फल देता है ।
निष्कर्ष -
इस प्रकार से हमने घर की साज सज्जा के लिए वास्तु में बताए गए शुभ व अशुभ रंगों के बारे में जाना । साथ ही उन रंगों द्वारा मिलने वाले फलों का भी विस्तार से विश्लेषण किया ।