मस्तिष्क रेखा पर हृदय रेखा के गिरने का फल

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मस्तिष्क रेखा और हृदय रेखा, दोनों हमारी हथेली की महत्वपूर्ण रेखाएं हैं। पिछले लेखों में हम दोनों रेखाओं के विषय में विस्तार से बात कर चुके हैं। आज के लेख में हम दोनों रेखाओं के विषय में बात करने जा रहे है। हथेली की हृदय रेखा जब हथेली की मस्तिष्क रेखा पर झुक जाती है या पूरी तरह से गिर जाती है, तो जातक पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है?

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आज के लेख में हम जानेंगे कि हथेली में बनने वाली यह स्थिति जातक के लिए शुभ साबित होती है या अशुभ?

हृदय रेखा व मस्तिष्क रेखा का संबंध-

हृदय रेखा और मस्तिष्क रेखा वैसे तो दो अलग-अलग रेखाएं हैं किन्तु इनके फलों पर गौर किया जाए तो ये एक दूसरे से जुड़ी हुई दिखाई देती हैं। मस्तिष्क रेखा का संबंध जातक की बुद्धि व विचारों से है। तो वहीं हृदय रेखा का संबंध जातक के संबंधों से है। कोई भी संबंध स्थापित करने से पहले हम मस्तिष्क की मदद लेते हैं और फिर उस संबंध को बनाए रखने में हृदय हमारी मदद करता है। एक व्यावहारिक पक्ष की कारक रेखा है और दूसरी रेखा भावनात्मक पक्ष की। इस प्रकार से दोनों रेखाएं अलग होते हुए भी एक दूसरे की पूरक दिखाई पड़ती हैं।

हृदय रेखा का मस्तिष्क रेखा की ओर झुकने का फल-

हृदय रेखा का मस्तिष्क रेखा पर झुकना, सामान्य दृष्टि से शुभ नहीं माना जाता है। हृदय रेखा के मस्तिष्क रेखा पर झुकने से जातक पर निम्नलिखित प्रभाव पड़ सकते हैं-

  1. हृदय रेखा के झुकाव से जातक के मस्तिष्क के ऊपर हृदय हावी हो जाता है। उसके निर्णयों में ये प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। ऐसे जातक व्यावहरिक दृष्टि से निर्णय लेने में असमर्थ होते हैं। इनके अधिकांश निर्णय इनकी भावनाओं से प्रभावित होते हैं। इसलिए कई बार इनके स्वयं के निर्णय इनके लिए घातक सिद्ध होते हैं। ऐसे जातक कई बार अपने संबंधों में धोखा खाते हैं क्योंकि वो भावनाओं में बहकर ऐसे लोगों पर विश्वास कर लेते हैं जो विश्वास योग्य नहीं होते हैं। 

 

  1. हृदय रेखा के झुकाव से जातक को आर्थिक नुकसान का सामना भी करना पड़ता है। ऐसा इसलिए होती है क्योंकि जातक भावुकता में आकर बिना विचार किए किसी को भी ऋण दे देता है। धन वापसी के समय उसे समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे जातकों को धन हानि समय-समय पर होती रहती है। 

 

  1. अगर हृदय रेखा मस्तिष्क रेखा पर गिरते हुए उसे काट रही हो तो ऐसे जातक के साथ जीवन में बहुत अधिक विश्वासघात होता है। ऐसे घटनाएं व्यक्ति के जीवन को बहुत अधिक प्रभावित करती हैं । 

 

  1. अगर हृदय रेखा की एक शाखा मस्तिष्क रेखा पर गिर रही है तो ऐसे जातक को अपने किसी प्रियजन से धोखा मिल सकता है। आपका कोई बहुत भरोसेमंद व्यक्ति आपको समय आने पर धोखा दे सकता है। 

 

  1. अगर हृदय रेखा से निकलने वाली कई शाखाएं मस्तिष्क रेखा पर गिर रही हों तो ऐसे में जातक को भावनात्मक रूप से अत्यधिक नुकसान देखना पड़ता है। ऐसे जातक के आसपास रहने वाले लोग स्वार्थ के चलते जातक को छलने का प्रयास करते हैं। 

 

  1. अगर हृदय रेखा मस्तिष्क रेखा पर गिर रही हो और हृदय रेखा से निकल कर कोई शाखा ऊपर की ओर जा रही हो, तो ऐसा जातक भावुक तो होता है किन्तु एक समय के बाद वो अपने भावनात्मक पक्ष पर नियंत्रण पा लेता है और व्यावहारिक तरीके से निर्णय लेता है। 

निष्कर्ष-

इस प्रकार से हमने जाना कि हथेली की मस्तिष्क रेखा पर हथेली की हृदय रेखा के गिरने को किसी भी दृष्टि से जातक के लिए शुभ नहीं कहा जा सकता है।

मस्तिष्क रेखा पर हृदय रेखा के गिरने का फल

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