“भाई,उसका तो सितारा चमक रहा है”, ये वाक्य हमने अपने जीवन में कई बार सुना होगा या शायद खुद भी किसी के लिए कहा होगा। इस वाक्य का मतलब भी हम जानते हैं कि जब कोई व्यक्ति अपने जीवन में बहुत तरक्की कर लेता है या यूं कहें की आसमान की बुलंदियों पर पहुँच जाता है, तब उसके लिए ये बात कही जाती है।
लेकिन क्या कभी ऐसा समय आएगा जब यह बात हमारे लिए भी कही जाए? आज हम हथेली के ऐसे चिन्ह के बारे में बात करने जा रहे हैं जो हथेली में शुभ स्थान पर हो ,तो व्यक्ति का सितारा चमक सकता है । जी हाँ , हम बात कर रहे हैं ,तारा चिन्ह की । अपने पिछले लेखों में हम हथेली में बने कई चिन्हों का विस्तार से विश्लेषण कर चुके हैं । उसी क्रम में आज हम जानेंगे कि हथेली में बना तारा चिन्ह जातक के जीवन पर क्या असर डालता है ? साथ ही यह भी जानेंगे कि हथेली के किस स्थान पर तारा चिन्ह सर्वाधिक शुभ माना जाता है ?
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तारा चिन्ह क्या होता है व किस स्थान पर होता है ?
हथेली में विभिन्न आकारों के चिन्ह पाए जाते हैं जिनमें तारे की आकृति का चिन्ह भी होता है । तारे की आकृति वाले चिन्ह को ही हथेली का तारा चिन्ह कहा जाता है। इसका एक अन्य नाम `नक्षत्र` भी है ।
इस प्रकार के चिन्ह की हथेली में कोई एक निश्चित जगह नहीं होती है । यह चिन्ह हथेली में किसी भी स्थान पर हो सकते हैं । हाँ,लेकिन इतना जरूर है कि अलग अलग स्थानों पर स्थित तारा चिन्ह का फल भी अलग-अलग होता है।
हथेली में स्थान बदलने के साथ ही तारा या नक्षत्र चिन्ह अपना फल भी बदल देता है । आइए हम हथेली के कुछ प्रमुख स्थानों पर तारा या नक्षत्र द्वारा प्रदत्त फल को जान लेते हैं ।
गुरु ज्ञान के कारक ग्रह हैं । अगर हथेली के गुरु पर्वत पर तारा या नक्षत्र हो तो ऐसा व्यक्ति अपने बुद्धि से जीवन में सफलता के शिखर पर पहुँचने में कामयाब रहता है । ऐसा व्यक्ति जीवन में धन संपदा , मान-सम्मान सब कुछ हासिल करता है ।
शनि न्याय व कर्म के कारक ग्रह हैं ।अगर हथेली के शनि पर्वत पर तारा चिन्ह बना हो तो ऐसा व्यक्ति अत्यधिक भाग्यशाली होता है । अपने भाग्य की मदद से वह जीवन में सभी लक्ष्यों को प्राप्त करता है ।
सूर्य पर्वत पर बना तारा या नक्षत्र व्यक्ति को संसार के समस्त भौतिक सुख प्रदान करता है । ऐसे व्यक्ति को भूमि,भवन ,वाहन का सुख अवश्य मिलता है।
बुध वाणी व व्यापार के कारक ग्रह हैं । बुध पर्वत पर तारा चिन्ह होने से जातक अपनी वाणी से जीवन में सफलताओं के शिखर छूता है । ऐसे व्यक्ति व्यापार के क्षेत्र में बहुत सफल हो सकता है ।
राहु पर्वत पर बना तारा चिन्ह भी व्यक्ति के भाग्य में वृद्धि करने वाला होता है। इससे व्यक्ति को जीवन के सभी क्षेत्रों में भाग्य का साथ मिलता है।
मंगल साहस व पौरुष के कारक ग्रह हैं। मंगल पर्वत पर तारा चिन्ह हो तो जातक के साहस व आत्मविश्वास में अत्यधिक वृद्धि देखने को मिलती है ।
अगर व्यक्ति की तर्जनी उंगली पर तारा चिन्ह हो तो यह चिन्ह व्यक्ति के लिए सभी प्रकार से शुभ ही शुभ होता है ।
निष्कर्ष -
इस प्रकार से हमने हथेली में तारा चिन्ह के महत्व व उससे प्राप्त होने वाले फलों का विस्तार से विश्लेष किया । आप भी इस लेख की मदद से अपनी हथेली में बने तारे के फल का अनुमान लगा सकते हैं ।
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